कमल रणदिवे विकीपीडिया इन हिंदी
भारतीय विज्ञानिक जन्म 8 नवंबर 1917 को मुंबई के समीपस्थ शहर पुणे में हुआ था। आज गूगल लैंड डूडल बनाकर भारतीय सेल वैज्ञानिक डॉक्टर कमल रणदिवे का 104 वां जन्मदिवस सेलिब्रेट कर रहा है। उनके पिता दत्तात्रेय समर्थ पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज में बायोलॉजिस्ट्स थे। कमल रणदिवे की प्रारंभिक शिक्षा पुणे के हुजूरपागा के गर्ल्स स्कूल में हुई, मैं बचपन से ही अपने बैच में होशियार थी। कमल रणदिवे को उसके वैज्ञानिक कैरियर में पद्म भूषण अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था।
कमल रणदिवे भारतीय सेल वैज्ञानिक थी, प्रारंभिक शिक्षा के पश्चात उन्होंने चिकित्सा के क्षेत्र में पढ़ाई की। कमल रणदिवे की शादी एक डॉक्टर से हो, ऐसा उनके लेकिन पिता चाहते थे, लेकिन उनकी शादी एक गणितज्ञ से हो गई जो आगे उनकी पोस्ट ग्रेजुएशन में बहुत सहायता की थी। कमल रणदिवे फर्ग्युसन कॉलेज में 1934 में जीव विज्ञान में बीएससी की पढ़ाई की, आगे की पढ़ाई के लिए पुणे के ही एग्रीकल्चर कॉलेज से साइटोजेनेटिक्स को अपना स्पेशल सब्जेक्ट बनाकर 1943 में एमएससी की।पोस्ट ग्रेजुएशन की और उनके पति का नाम जेटी रणदिवे ( जय सिंह त्रिंबक )था। IWSA ( Indian womens scientist association )के 11 चैप्टर भारत में है और विज्ञान में महिलाओं के लिए छात्रवृत्ति और चाइल्ड केयर में सहायता प्रदान करता है। इसके अलावा आईसीआरसी { ICRC } ( Indian Cancer research centre ) में एक शोधकर्ता के रूप में काम करते हुए कोशिका विज्ञान और कोशिकाओं के अध्ययन में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।
What is IWSA IWSA क्या है ?
1970 में कुछ वैज्ञानिकों के द्वारा यह सोच के इस एसोसिएशन को स्टार्ट किया गया जहां महिलाओं को उनकी इच्छा से अपने पसंद की सब्जेक्ट में पढ़ाई के लिए सहायता किया जा सके। पूरे भारत में इसकी 11 शाखाएं हैं। इसकी पहली शाखा रूरकी मी 1979 को स्थापित की गई इसके बाद इसी साल हैदराबाद में भी स्थापित की गई और ठीक इसके 1 साल बाद 1980 में पुणे में, इसके बाद 1982 में महाराष्ट्र के कोल्हापुर में और 1987 में दिल्ली में इसके बाद 1987 में ही कलपक्कम और 1988 में वडोदरा,फिर इसके बाद अमरावती में 2010 में और सबसे नया बेंगलुरु में 2018 में और नेलूर में इसकी शाखाएं खोली गई और इन सब का हेड क्वार्टर मुंबई को बनाया गया।
टिशू कल्चर लैब की स्थापना करने वाली पहली भारतीय महिला First Indian woman to set up tissue culture lab
कमल रणदिवे 1949 में भारतीय कैंसर अनुसंधान केंद्र ( ICRC ) में एक शोधकर्ता के रूप में काम करते हुए, मुंबई देश की पहली टिशु कल्चर लैब की स्थापना की , कमल रणदिवे मैरीलैंड, यूएसए में जॉन हापकिंस जैसे कई देशों के वैज्ञानिकों के साथ अपना अनुभव साझा की।
कैंसर और अनुवांशिकता के बीच संबंध को प्रस्तुत करने वाली पहली महिला First woman to present link between cancer and heredity
कमल रणदिवे अपने शिक्षा के दौरान कैंसर पर भी कई शोध की, और वास्तव में उन्होंने स्तन कैंसर की घटना और अनुवांशिकता के मध्य संबंध को प्रस्तुत करने वाली पहली महिला थी। इस तथ्य की पुष्टि बाद में कई शोधकर्ताओं ने की।
कमल रणदिवे के निधन कब हुई When did Kamal Ranadive die?
कमल रणदिवे की निधन 83 साल की उम्र में 11 अप्रैल 2001 को हुई थी।
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