लता मंगेशकर की जीवनी : जीवन परिचय जाति फिल्म जगत में संगीत का सफ़र शादी क्यों नहीं की | 92 वर्ष की आयु में लता दीदी की दुनिया को अलविदा
जनवरी 31, 2022
Lata Mangeshkar Biography ( In Hindi Lata Mangeshkar Wikipedia in hindi)
लता मंगेशकर किसी परिचय के मोहताज नहीं है,ये वही लता मंगेशकर है जिन्हें भारत में स्वर कोकिला,राष्ट्र की आवाज के ( भारत में स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी को कहा जाता है , जबकि भारत कोकिला सरोजनी नायडू ) नाम से जाना जाता है। मंगेशकर भारत की सबसे लोकप्रिय, प्रसिद्ध और आदरणीय गायिका है। लता मंगेशकर भारत रत्न , पद्म भूषण , पद्म विभूषण , जैसे कई राष्ट्रीय पुरुष्कार से सम्मानित लोकप्रिय गायिका है। दुनिया में लता मंगेशकर के करोड़ों चाहने वाले है जो लता मंगेशकर को माँ सरस्वती के अवतार मानते है। लता मंगेशकर एक भारतीय पार्श्वगायिका है। लता मंगेशकर मुख्यतः हिंदी ,मराठी, बंगाली भाषा की गायिका है, लेकिन इसके अलावा वह कुल 36 भाषाओं में लगभग 25 -30 हजार गाना गा चुकी है जो अपने आप में एक क्रीतिमान है। यह जो आर्टिकल है वह पूरा लता मंगेशकर के जीवन पर आधारित तथ्यों पर है।
लता मंगेशकर का परिचय हिंदी में ( Lata Mangeshkar Introduction In Hindi )
लता मंगेशकर जी का जन्म 28 सितम्बर 1929 मध्य भारत के राज्य वर्तमान मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में एक मध्यवर्गी परिवार में हुआ था। लता दीदी के पिता का नाम दीनानाथ मंगेशकर है जो एक रंगमंच कलाकार और गायक थे। माँ का नाम शेवंती थी जो गुजराती थी। शेवंती , दीनानाथ जी के दूसरी पत्नी थे , उनके पहली पत्नी नर्मदा थी जिनके निधन के बाद उन्ही के बहन शेवंती को अपना जीवन साथी बनाये। लता दीदी को उनके दीनानाथ पचपन से ही जब लता दीदी 5 साल की थी, तब से उन्हें गायन सिखा रहे थे। लता दीदी के साथ उनकी बहने उषा, मीना और आशा दीदी भी गायन करते थे। इसके महज 5 वर्ष की आयु में पहली बार एक नाटक में अभिनय करने का मौका मिला। लेकिन लता दीदी की लगन तो बचपन से ही संगीत में थी।
लता मंगेशकर की पढाई
लता मंगेशकर कभी स्कूल नहीं गई है , जी है ये बात सुनकर हैरानी होती है लेकिन ये बात सही है, बचपन जब लता दीदी अपने बहन आशा के साथ स्कूल गई तो टीचर ने आशा को क्लास में बैठाने से मना कर दी जिससे लता दीदी भी नाराज गो गई और तब से फिर स्कूल नहीं गई और घर में ही संगीत का पूरा माहौल मिला और उसी का परिणाम है जिसकी वजह से लता दीदी हम सबके दिलो में जगह बनाई और भारत की स्वर कोकिला बनी।
इसके सन 1942 में लता दीदी के जीवन में पहाड़ टूट पड़ा ,इस समय लता दीदी महज 13 वर्ष की थी , और पिता का निधन हो गे जिससे परिवार की जिम्मेदारी लता दीदी पर आ गई। लता दीदी की मुशीबत देख नवयुग चित्रपट मूवी कंपनी के मालिक मास्टर विनायक और परिवार के कई लोगो ने लता दीदी के परिवार को आर्थिक मदद दिए।
लता मंगेशकर की शादी क्यों नहीं हुई
लता दीदी ने आज तक शादी नहीं की है। कहते है कि दीदी के ऊपर बचपन से ही पारिवारिक बोझ आने के वजह से कभी शादी के बारे में सोचे नहीं , लेकिन बताया जाता है कि गायक सी. रामचंद ने लता दीदी के पास शादी का प्रस्ताव रखे ,पर लता दीदी ने इस प्रस्ताव को मना कर दिया। और आगे साथ में कम किये , लेकिन बाद में कुछ आपसी ,मतभेद के कारन दोनों साथ में काम करना बंद कर दिए।
लता दीदी को जान से मारने की गई थी कोशिश
सन् 1962 में लता दीदी को किसी ने जान से मरने की कोशिश की गई थी। उन्हें स्लोपोइजन दिया गया था जब लता दीदी ने सुबह उठी तो पेट में दर्द हुआ और वे अपनी जगह से उठ भी नहीं पा रहीं थी।
लता मंगेशकर को प्राप्त पुरस्कार
संगीत जगत में लता दीदी को कई राष्ट्रीय और राजकीय पुरस्कार मिले है, चलिए जानते है की कौन कौन से राष्ट्रीय और राजकीय सम्मान प्राप्त किये है लता दीदी ने अपने जीवन में -
भारत सरकार द्वारा मिले पुरस्कार -
- 1969 - पद्मभूषण ,
- 1989 - दादा साहेब फाल्के पुरस्कार ,
- 1999 - पद्मविभूषण ,
- 2001 - भारत रत्न से सम्मानित हुई।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
- 1972 - सन् 1972 में सर्वश्रेष्ट माहिला पार्श्र्व गायिका का पुरस्कार मिला फिल्म " परी " के लिए,
- 1974 - सन् 1974 में सर्वश्रेष्ट माहिला पार्श्र्व गायिका का पुरस्कार मिला फिल्म " कोरा कागज़ " के गीतों के लिए,
- 1990 - सन् 1990 में सर्वश्रेष्ट माहिला पार्श्र्व गायिका का पुरस्कार मिला फिल्म " लेकिन " के गीतों के लिए।
फिल्म फेयर अवार्ड
- 1959 - साल 1959 में फिल्म " मधुमती " के गीत " आजा रे परदेशी " के लिए फिल्म फेयर अवार्ड मिला।
- 1963 - साल 1963 में फिल्म " बीस साल बाद " के गीत " काहे दीप जले काहे दिल " के लिए फिल्म फेयर अवार्ड मिला।
- 1966 - साल 1966 में फिल्म " खानदान " के गीत " तुम मेरे मंदिर तुम मेरी पूजा " के लिए फिल्म फेयर अवार्ड मिला।
- 1970 - साल 1959 में फिल्म " जीने की राह " के गीत " आप मुझे अच्छे लगने लगे " के लिए फिल्म फेयर अवार्ड मिला।
- 1993 - फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया है।
- 1994 - साल 1994 में फिल्म " हम आपके है कौन " के गीत " दीदी तेरा देवर दीवाना " के लिए विशेष अवार्ड मिला।
लता मंगेशकर के 1960 की फेमस फिल्म के गाने Songs of Lata Mangeshkar's 1960 Famous Film
क्रं. फिल्म के नाम गाने के बोल
1 . पाकीज़ा ( 1972 ) * इन्हीं लोगों ने ..
* चलते चलते ..
2. प्रेम पुजारी ( 1970 ) * रंगीला रे ..
3. शर्मीली ( 1971 ) * खिलते है गुल यहाँ ..
4. परिचय ( 1973) * बीती बिताई ..
5. अभिमान ( 1973 ) * पिया बिना .
* तेरी बिंदिया रे ..
लता मंगेशकर के 1980 की फेमस फिल्म के गाने Songs of Lata Mangeshkar's 1980 Famous Film
- सिलसिला
- रामलखन
- चांदनी
- मैंने प्यार किया
- एक दूजे के लिए
लता मंगेशकर के 1990की फेमस फिल्म के गाने Songs of Lata Mangeshkar's 1990 Famous Film
- दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे ,
- लेकिन ,
- दिल तो पागल है ,
- मोहब्बते ,
- हम आपके है कौन ,
- लम्हें
- वीर जारा ,
- डर .
उपर्युक्त गानों के अअलावा भी कई और गाने है जो लता दीदी सुपरहिट गानों में शामिल है।
लता मंगेशकर हेल्थ अपडेट ( LATA MANGESHKAR HEALTH UPDATE )
हाल ही में लता मंगेशकर की तबीयत बिगड जाने के कारण दीदी को मुंबई के ब्रेंचकेंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया, दीदी को साँस लेने में तकलीफ थी। लम्बे समय तक इलाज चला और अब उनकी हालात पहले से बेहतर है, और 30/01/2022 को ICU से बाहर आई है।
लता दीदी की निधन कब हुई ( LATA DIDI DEATH KAB HUA HAI )
लता दीदी की तबियत दिसम्बर से ख़राब थी, जिसके चलते उन्हें मुंबई के ब्रेंच केंडी अस्पताल मुंबई में भर्ती की गई थी , पर लगातार तबियत नाजुक होती गई और 06 फरवरी 2022 को 92 वर्ष के आयु में हम सब को , इस दुनिया को , अपने करोड़ो चाहने वालो को अलविदा कह गई। उनके द्वारा गई एक गीत जिसे सुनते ही हमारे रोंगटे खड़े हो जाते है - आये मेरे वतन के लोगों .... यह गीत ऐसा है जब तक सूरज चाँद रहेगा, तब तक यह गीत चलता ही रहेगा। और लता दीदी को पूरा देश याद करता रहेगा। ऐसी सात सुरों की देवी को भावभिनी श्रद्धांजलि। दीदी के निधन पर देश में दो दिन का राष्ट्रीय शोक दिवस घोषित।