Mahendra Singh Dhoni Wikipedia In Hindi
महेंद्र सिंह धोनी का जीवन परिचय ( Biography of Mahendra Singh Dhoni )
महेंद्र सिंह धोनी दुनिया के एक ऐसे महान क्रिकेटर का नाम है जो ऐसे ही पूरी दुनिया में महान क्रिकेटरों की लिस्ट में शामिल नहीं हुए बल्कि अपने क्रिकेट के कैरियर में कई बार गेंदों को तरीके से धोया रिकॉर्ड रन भी बनाए। और महेंद्र सिंह धोनी एक साधारण इंसान से महान क्रिकेटर और भारत के सफलतम कप्तान बनने तक का सफर बहुत ही आसानी से तय नहीं किए हैं बल्कि अपने जीवन में काफी संघर्ष करने के बाद इस मुकाम पर पहुंचे हैं।
वैसे महेंद्र सिंह धोनी तो खेलने की शुरुआत अपने स्कूल लाइफ से ही कर दिये थे लेकिन जैसे ही टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका मिला तो उन्होंने इस मौके को अवसर में तब्दील कर धीरे-धीरे अपने आप को इस क्षेत्र में निखारा और आज के माही, कैप्टन कूल ,फिनिशर बन सके। तो इस लेख में हम देश के ऐसे सफलतम कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के जीवन परिचय के बारे में चर्चा करेंगे कि वह कैसे अपने जीवन में एक टिकट कलेक्टर से भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान बने।
महेंद्र सिंह धोनी का जीवन परिचय ( Biography of Mahendra Singh Dhoni )
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सफल विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को भारत के 1 राज्य बिहार के रांची में हुआ था , वर्तमान में झारखंड में आ गया है रांची। इनके पिता का नाम पान सिंह मेकॉन कंपनी में जूनियर मैनेजमेंट के पद पर कार्य करते थे और इनके माता जी का नाम देवकी देवी है। इस प्रकार धोनी के पिताजी जिस कंपनी में काम करते थे वहां झारखंड में था इसलिए बाद में इनका जो परिवार है वह झारखंड आ गए और यहीं के निवासी हो गए।
धोनी की एक बहन एक भाई भी है। इनकी बहन ( जयंती गुप्ता ) एक अध्यापिका है और बड़े भाई ( नरेन्द्र धोनी ) एक राजनेता है।
ये भी पढ़े -: लता मंगेशकर की जीवन परिचय
महेंद्र सिंह धोनी की शिक्षा ( Education of Mahendra Singh Dhoni )
महेंद्र सिंह धोनी झारखंड डीएवी जवाहर विद्या मंदिर स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा की शुरुआत की थी और इसके बाद यहां से 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद सेंट जेवियर कॉलेज में एडमिशन लिए इसके बाद पढ़ाई के साथ-साथ जी से महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिकेट खेलना शुरू किए और आगे की पढ़ाई इसके बाद छोड़ दिए।
महेंद्र सिंह धोनी TTE कब बने ( When Mahendra Singh Dhoni became TTE )-
महेंद्र सिंह धोनी एक सफल क्रिकेटर बनने के साथ-साथ अपने टाइम में एक ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर ( TTE ) के रूप में भी कार्य किए हैं बता दें महेंद्र सिंह धोनी खड़कपुर रेलवे स्टेशन पर 2001 से 2003 तक इस पद में रहकर कार्य किए।
महेंद्र सिंह धोनी की लव स्टोरी ( love story of mahendra singh dhoni )
महेंद्र सिंह धोनी के कि लाइफ में सबसे पहले प्रियंका झा नाम की एक लड़की आई और यह उनके जीवन का पहला गर्लफ्रेंड लेकिन 2002 में प्रियंका झा एक कार दुर्घटना बुरी तरह घयल हो गई और इसके बाद प्रियंका झा की जान नहीं बच पाई। इस समय महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया के साथ यात्रा कर रहे थे। जब यह बात पता चला तब धोनी को बहुत दुःख हुआ और धोनी की यह प्रेम कहानी अधूरी रह गई। इस बात की पूरी जानकारी लोगों को उनके जीवन के ऊपर बनी फिल्म " एम एस धोनी " के जरिए पता चला।
महेंद्र सिंह धोनी और साक्षी के मुलाकात से लेकर शादी तक का सफर ( Journey of Mahendra Singh Dhoni and Sakshi from meeting to marriage )
लो सफ़र शुरू हो गया ......... साक्षी और महेंद्र सिंह धोनी की प्रारंभिक शिक्षा एक साथ हुई है दोनों रांची के एक ही स्कूल में पढ़ा करते थे लेकिन साक्षी के पिता देहरादून शिफ्ट हुए जिस कारण साक्षी को अपना स्कूल छोड़ना पड़ा।
इसके बाद साल 2007 में महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया के कप्तान बन चुके थे और कोलकाता के एक होटल में रुके थे, इस होटल में साक्षी और एक इंटर्न कार्य कर रही थी। यही दोनों की मुलाकात हुई और लगभग 3 साल के बाद 4 जुलाई 2010 को दोनों ने शादी कर। इसके बाद उनकी एक बेटी हुई अपनी बेटी का नाम जीवा रखे हैं।
ये भी पढ़े -: नरेन्द्र मोदी का जीवन परिचय
महेंद्र सिंह धोनी का क्रिकेट करियर ( Cricket career of Mahendra Singh Dhoni )
महेंद्र सिंह धोनी वर्तमान में भारत के महान क्रिकेटरों में शामिल हैं, पहले महेंद्र सिंह धोनी स्कूल स्तर पर क्रिकेट खेलते थे 1998 में पहली बार केंद्रीय कोयला फील्ड लिमिटेड टीम के लिए खेलने का मौका मिला। महेंद्र सिंह धोनी अपने क्रिकेट कैरियर की शुरुआत पहली बार 1999 में रणजी ट्रॉफी खेलकर किए थे।महेंद्र सिंह धोनी का यह पहला रणजी मैच असम के खिलाफ था और महेंद्र सिंह धोनी बिहार राज्य के तरफ से खेल रहे थे। इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी दुसरे पारी में 68 रन बनाकर नाबाद रहे और इस सत्र में महेंद्र सिंह धोनी ने 5 मैच खेले और 283 रन अपने नाम किये।
इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिक्केट से दुरी बना लिया क्यूंकि बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भी ईस्ट जोन सिलेक्टर के द्वारा नहीं किया गया, और साल 2001 में कोलकाता राज्य में एक ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर ( TTE ) के रूप में कार्य करने लग गए। परन्तु इस काम में महेंद्र सिंह धोनी का लगा नहीं और लगभग तीन साल काम करने के बाद इस काम को छोड़ दिया और क्रिक्केट में अपना मन लगाने लग गए। महेंद्र सिंह धोनी वर्तमान में भारत के महान क्रिकेटरों में शामिल हैं फिर बाद में वे स्कूल स्तर पर क्रिकेट खेलते थे 1998 में पहली बार केंद्रीय कोयला फील्ड लिमिटेड टीम के लिए खेलने का मौका मिला। और इसके बाद साल 2003 में बिहार अंडर-9 में महेंद्र सिंह धोनी का चयन हुआ। इसके बाद 2003-2004 के देवधर ट्राफी महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने इस सीजन के टूर्नामेंट जीत लिया और इस सीजन में 4 मैच खेले और 244 रन बनाए।
साल 2004 में महेंद्र सिंह धोनी का चयन " इंडिया ए " टीम में हुआ और यह मैच जिब्बांबे के विरुद्ध खेला जा रहा था धोनी विकेटकीपर के रूप में अच्छा प्रदर्शन किए।
महेंद्र सिंह धोनी ने पहला वनडे मैच कब खेला ( When did Mahendra Singh Dhoni play the first ODI match )
महेंद्र सिंह धोनी ने अपने क्रिकेट कैरियर में वन डे इंटरनेशनल मैच सबसे पहले बांग्लादेश के विरुद्ध 2004 में खेले थे।
महेंद्र सिंह धोनी अपने जीवन के पहले वन डे इंटरनेशनल मैच में अपने फैंस को खुश नहीं कर पाए और 0 रन पर आउट हो गए।
इसके बाद इसी टूर्नामेंट में महेंद्र सिंह धोनी पाकिस्तान के साथ एक मैच खेले और इसमें बहुत ही बढ़िया प्रदर्शन किया और 148 रन अपनी टीम के लिए बनाएं और यह भारत के विकेटकीपर के रूप में पहले बल्लेबाज बने जिन्होंने इतने रन बनाएं।
महेंद्र सिंह धोनी टेस्ट मैच में करियर ( Mahendra Singh Dhoni career in test match )
पहला टेस्ट मैच ( first test match )- महेंद्र सिंह धोनी को अपने करियर का पहला टेस्ट मैच खेलने का मौका 2005 में प्राप्त हुआ और यह मैच श्रीलंका के विरुद्ध होना था पर इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी ने पहली पारी में 30 रन अपने नाम किया लेकिन मैच बारिश के कारण बीच में ही बंद हो गया।
इसके बाद साल 2006 में पाकिस्तान के विरुद्ध उन्हें टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला और इस टेस्ट मैच में महेंद्र सिंह धोनी सेंचुरी लगाई और भारत को फॉलोऑन होने से बचाने में सफल रहे।
महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट मैच से संन्यास कब लिया ( When did Mahendra Singh Dhoni retire from Test matches )
महेंद्र सिंह धोनी ने अपने कैरियर में वह आज मैच खेले और साल 2014 में अपने क्रिकेट कैरियर का अंतिम टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया टीम के विरुद्ध खेलें और इस मैच में जो उनके कैरियर का अंतिम टेस्ट मैच था इसमें महेंद्र सिंह धोनी 35 रन बनाए। इसी मैच के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने मीडिया में अपने क्रिकेट कैरियर का टेस्ट मैच से संन्यास लेने का जानकारी साझा किया।
ये भी पढ़े -: अमिताभ बच्चन का जीवन परिचय
महेंद्र सिंह धोनी का टी20 क्रिकेट करियर ( Mahendra Singh Dhoni's T20 cricket career )
पहला T20 मैच first T20 match -महेंद्र सिंह धोनी अपने क्रिकेट कैरियर का पहला t20 मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले थे। उनके क्रिकेट कैरियर का पहला T20 मैच अपने दर्शकों के लिए खराब प्रदर्शन रहा क्योंकि इस पहले T20 मैच में महेंद्र सिंह धोनी मात्र 2 गेंद खेले और शून्य पर आउट हो गए, लेकिन उनका यह पहला t20 मैच में प्रदर्शन भले ही खराब रहा हो लेकिन टीम इंडिया इस मैच को जीत लिया था।
धोनी के द्वारा खेले गए कुल मैच रन छक्के शतक और अर्धशतक सहित संक्षिप्त जानकारी -
महेंद्र सिंह धोनी ने अपने क्रिकेट कैरियर में T20 मैच 89 मैच खेले जिसमें कुल 1444 रन बनाएं जिसमें 101 चौका और 40 छक्का शामिल है। इसके अलावा T20 करियर में शतक एक बार भी नहीं पूरा कर पाया ,लेकिन अर्धशतक दो बार पूरा कर चुके हैं।
महेंद्र सिंह धोनी भारतीय टीम के कप्तान कब बने ( When did Mahendra Singh Dhoni become the captain of the Indian team )
साल 2007 की बात है इस समय भारतीय पुरुष टीम के कप्तानी की बागडोर राहुल द्रविड़ के पास था और जैसे ही राहुल द्रविड़ ने अपना पद कप्तान से छोड़ें उसके बाद अगले कप्तान के रूप में बीसीसीआई ने महेंद्र सिंह धोनी को चुना, लेकिन बताया जाता है महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय टीम के कप्तान बनाने के पीछे राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर का बहुत बड़ा योगदान है क्योंकि महेंद्र सिंह को कप्तान बनाने के लिए राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर ने बीसीसीआई से बात किए और इसके बाद 2007 में महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय पुरुष टीम का कप्तान बनाया गया। महेंद्र सिंह धोनी के कप्तान बनने के बाद इसी वर्ष साल 2007 में आईसीसी T20 वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ और इस टूर्नामेंट में महेंद्र सिंह धोनी ने अपने टीम को टूर्नामेंट जीताने में मदद की।
साल 2007 के आईसीसी T20 वर्ल्ड कप को जीतने के बाद महेंद्र सिंह धोनी को वनडे मैच और टेस्ट मैच की भी कप्तानी सौंपी गई। और महेंद्र सिंह धोनी ईमानदारी और सच्ची निष्ठा के साथ अपनी कप्तानी निभाया। जिसके बदौलत टीम इंडिया ने साल 2009 में आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में पहला स्थान प्राप्त किया और धुआंधार बल्लेबाज धोनी ने कप्तानी करते हुए कई रिकॉर्ड अपने नाम भी किए।
ये भी पढ़े -: सलमान खान का जीवन परिचय
महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी में भारतीय टीम 2007 के T20 वर्ल्ड कप को जीतने के बाद 2011 में हुए T20 वर्ल्ड कप को भी जीतने में सफल रहे। लेकिन साल 2015 के T20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल तक पहुंच सके और इस टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
महेंद्र सिंह धोनी के आईपीएल में प्रदर्शन - (ipl career ms dhoni ) -
जब आईपीएल चालू हुआ था तो आईपीएल के पहले सीजन में चेन्नई सुपर किंग ने लगभग 10 करोड़ में महेंद्र सिंह धोनी को खरीदा था आर्य कीमत उस समय का सबसे अधिक महंगा खिलाड़ी रहा है। चेन्नई सुपर किंग ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2 सीजन का फाइनल मैच चेन्नई सुपर किंग ने जीते। महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी में टीम इंडिया 2010 के 20-20 टूर्नामेंट को भी जीतने में सफल रहे।
लेकिन चेन्नई सुपर किंग पर किसी अपरिहार्य कारणों से 2 साल का बैन लगा जिसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स टीम में शामिल हो गए महेंद्र सिंह धोनी को राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स ने लगभग 12 करोड़ में खरीदा लेकिन दो हजार अट्ठारह में चेन्नई सुपर किंग पर लगे बैन हटा दिए गए जिसके बाद 2018 में महेंद्र सिंह धोनी पुनः चेन्नई सुपर किंग इनमें शामिल हो गए और कप्तानी करने लगे।
उसके बाद महेंद्र सिंह धोनी कप्तानी कर रहे थे चेन्नई सुपर किंग की लेकिन कोरोनावायरस का संक्रमण फैला जिसके वजह से 2 साल का आईपीएल निर्धारित समय में हो नहीं सका। और 2022 के टाटा आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग अपने कप्तान को बदल दिए और महेंद्र सिंह धोनी के स्थान पर रविंद्र जडेजा को कप्तानी की बागडोर सौंपी गई है।
महेंद्र सिंह धोनी को प्राप्त सम्मान ( Honors received by Mahendra Singh Dhoni )
महेंद्र सिंह धोनी ने अपने क्रिकेट कैरियर में कई इतिहास रचा और कई सम्मान प्राप्त किए कुछ प्रसिद्ध है सम्मान इस प्रकार हैं जो महेंद्र सिंह धोनी ने अपने क्रिकेट करियर में अर्जित किए हैं-
- महेंद्र सिंह धोनी अपने क्रिकेट कैरियर में वनडे मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए 6 बार मैन ऑफ द सीरीज और 20 बार मैन ऑफ द मैच पुरस्कार इसके साथ ही टेस्ट मैच में दो बार मैन ऑफ द मैच पुरस्कार प्राप्त कर।
- 2007 मैं महेंद्र सिंह धोनी को राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड से भारत सरकार द्वारा सम्मानित किया गया यह जो पुरस्कार है खेल जगत में यह जाने वाले सबसे सर्वश्रेष्ठ सम्मान है।
- साल 2009 में महेंद्र सिंह धोनी को पद्मश्री अवार्ड से इंडिया गवर्नमेंट द्वारा नवाजा गया।
ये भी पढ़े -: डॉ BR आंबेडकर का जीवन परिचय - महेंद्र सिंह धोनी भारत के महान क्रिकेटर कपिल देव के बाद यह दूसरा खिलाड़ी है जिन्हे इंडियन आर्मी का भी सम्मान पद मिला है।
- इसके बाद साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी को डी मोंटफोर्ट विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की डिग्री दी गई थी।
- महेंद्र सिंह धोनी 100 सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की लिस्ट में 2011 में शामिल रहा।
- इसके बाद साल 2012 में महेंद्र सिंह धोनी दुनिया के सबसे कीमती खिलाड़ियों में 16वें नंबर पर रहा।
PLEASE DO NOT ENTER ANY SPAM LINK IN THE COMMENT BOX