CG RTO (DL/RC) NEW UPDATE 2022
छत्तीसगढ़ सरकार की अहम पहल जिसके द्वारा लगातार परिवहन विभाग को डिजिटल करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में साल 2021 के मई जून में परिवहन विभाग को पूरी तरह से डिजिटल कर दिया था और परिवहन विभाग से मिलने वाली ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जैसी चीजों को ऑनलाइन सीधे पोस्ट के माध्यम से घर पहुंचाने का काम शुरू किया था। अब प्रदेश की परिवहन विभाग ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट पर इलेक्ट्रॉनिक चिप के स्थान पर क्यूआर कोड रखने का फैसला किया है। तो इस लेख में आपको इलेक्ट्रॉनिक चिप के स्थान पर क्यूआर कोड लगाने के फायदे और इससे संबंधित अन्य जानकारी देने का प्रयास इस लेख में रहेगा।
पुराना आरसी/डीएल कैसा रहा ( How was the old RC/DL):-
अब तक छत्तीसगढ़ प्रदेश के वाहन विभाग ने जो ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जारी करता था उसमें एक इलेक्ट्रॉनिक चीज लगा हुआ था, जिससे वाहन मालिक का डिटेल यदि निकाला जाए तो काफी समय लगता था और उसके लिए एक अलग से डिवाइस रखने की जरूरत होती थीं। लेकिन इलेक्ट्रॉनिक चिप के स्थान पर क्यूआर कोड रख दिया जाए तो बहुत ही आसानी से और कम समय में स्कैन करके वाहन मालिक से संबंधित पूरी जानकारी लिया जा सकता।
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छत्तीसगढ़ में RC/DL कैसे प्राप्त करें ( How to get RC/DL in Chhattisgarh ) :-
छत्तीसगढ़ प्रदेश की सरकार ने परिवहन विभाग को डिजिटल बनाते हुए एक योजना की शुरुआत की जिसका नाम था " तूहर सरकार , तुहर द्वार " इस योजना की शुरुआत सरकार ने 1 जून 2021 को प्रदेश की माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने दोपहर 12:00 बजे इस योजना की शुरुआत अपने निवास कार्यालय से वर्चुअल शुभारंभ किया था। जिसके तहत ड्राइविंग लाइसेंस से संबंधित 10 सेवाएं और वाहन से संबंधित 12 सेवाएं सीधे पोस्ट ऑफिस के माध्यम से कस्टमर के घर पहुंचाया जाता है। और इतना ही नहीं जरूरी कागजात 10 से 15 दिन के अंदर वाहन मालिक या संबंधित पते पर डिलीवर कर दिया जाता है।
DL/RC में क्यूआर कोड लगाने के फायदे (Benefits of using QR code in DL/RC) :-
आरटीओ अधिकारी के अनुसार वर्तमान ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में इलेक्ट्रॉनिक चिप था जिसके वजह से कई प्रकार के फर्जीवाड़ा हो रहा था कोई किसी और का गाड़ी लेकर घूमता है, ड्राइविंग लाइसेंस किसी और का रहता है इस दौरान असलियत तक पहुंचने में परेशानी होता था। इसलिए प्रदेश की सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक चिप के स्थान पर क्यूआर कोड लगाने का फैसला किया।
कैसे होगा नया डीएल/डीसी (How will the new DL/DC be):-
छत्तीसगढ़ सरकार ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट को और अधिक स्मार्ट बनाने के लिए अब पॉलीकार्बोनेट पर इसे प्रिंट करने का फैसला किया है। इस पॉलीकार्बोनेट रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ-साथ क्यूआर कोड रहेगा और इस क्यूआर कोड को स्कैन करते हैं वाहन मालिक का पूरा कुंडली मोबाइल स्क्रीन पर आ जाएगा।
RC/DL में क्या-क्या जानकारी क्यूआर कोड के अंदर रहेगा (What information will remain inside the QR code in RC / DL ) :-
क्यूआर कोड वाले ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट वाहन मालिक का नाम, पिता, पति, माता का नाम, पूरा पता, गाड़ी का मॉडल, रजिस्ट्रेशन डेट, कार्ड की वैधता के लिए समाप्ति तिथि, पहचान चिन्ह, मोबाइल नंबर, जारीकर्ता अधिकारी का नाम और इसके अलावा अंगदान का भी विकल्प रहेगा इसके अतिरिक्त कुल मिलाकर 50 प्रकार की जानकारी इस क्यू आर कोड को स्कैन करने पर मिलेगा।
कौन करेगा ऐसे कार्ड को प्रिंट (Who will print such cards ) :-
क्यूआर कोड वाले ऐसे पॉलीकार्बोनेट कार्ड को कर्नाटक मणिपाल की एक कंपनी एमसीडी कार्ड्स एवं टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड जो पहले से ही कई राज्यों में ऐसे काम कर रहा है, यह कंपनी अब छत्तीसगढ़ में भी क्यूआर कोड वाला ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट प्रिंटिंग का काम करेगा।
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