Booker Prize 2022 : Tomb of sand बुकर पुरस्कार जितने वाला भारत का पहला हिंदी उपन्यास | गीतांजलि श्री के नॉवेल Tomb Of Sand Win Booker Prize
मई 28, 2022
International Booker Prize 2022
भारतीय लेखिका गीतांजलि श्री की एक उपन्यास " रेत समाधि " को अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार के लिए चयनित किया है। गीतांजलि श्री का यह उपन्यास इस पुरस्कार को पाने वाले भारत के पहले उपन्यास और गीतांजलि श्री भारत की पहली महिला लेखिका है जिन्होंने साल 2022 के अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार को अपने नाम किया है। क्या है tomb of sand इसके उपन्यास में खास, किस भाषा में लिखी है, साथ ही क्या है बुकर पुरस्कार सभी बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा इस लेख में करेंगे और आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देने का प्रयास रहेगा।
गीतांजलि श्री कौन है ( Who is geetanjali shree ) :-
गीतांजलि श्री मुख्यतः भारतीय उपन्यासकार हैं। जो उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले की रहने वाली है और 64 वर्षीय गीतांजलि श्री पिछले कई दशकों से लेखन का काम कर रही हैं। गीतांजलि श्री के पहला उपन्यास " माई " और इसके बाद " हमारा शहर उस बरस " जो 1990 में प्रकाशित हुए थे। इसके अलावा रेत समाधि, तिरोहित और खाली जगह है जैसे उपन्यास भी गीतांजलि श्री ने लिख रखी है। इसके अलावा गीतांजलि श्री ने कई कहानियां भी लिखी है। गीतांजलि श्री के कहानी और उपन्यास का अनुवाद कई भाषाओं में भी किया गया है। गीतांजलि श्री के " माई " का अंग्रेजी में अनुवाद करके क्रॉसवर्ड अवार्ड के लिए भी नॉमिनेट किया गया था।
गीतांजलि श्री के उपन्यास ( नावेल ) " रेत समाधि " का अंग्रेजी में अनुवाद " TOMB OF SAND " को ब्रिटेन में प्रकाशित किया गया, और ब्रिटेन में प्रकाशित होने वाली यह उनकी पहली किताब है। गुरुवार को लंदन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार के आयोजन में साल 2022 के मुकर पुरस्कार के लिए चयन किया गया। यह भारत की पहली महिला है। इतिहास में पहली बार है कि किसी हिंदी उपन्यास को इस पुरस्कार के लिए चयन किया गया है।
उपन्यास रेत समाधि Tomb of sand में क्या है ( What is in the novel Sand Mausoleum Tomb of Sand ):-
गीतांजलि श्री के उपन्यास रेत समाधि में भारत के विभाजन यानी 1947 के समय भारत और पाकिस्तान विभाजन के समय एक 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला इस विभाजन के दौरान अपने पति को खो देती है अपने पति को खोने के बाद बुजुर्ग महिला गहरे दुख में डूब जाती है। इस प्रकार यह उपन्यास एक परिवार के करुणा,महिला और पुरुष के दुख को बयां करने वाली उपन्यास है। लेकिन आगे कैसे भी करके बुजुर्ग महिला अपने इस दुख से उबर जाती है और पाकिस्तान जाने का फैसला करती। इस प्रकार गीतांजलि श्री का यह उपन्यास उस समय के शोकगीत है। आगे जाकर यह उपन्यास राजकमल प्रकाशन प्रकाशित हुआ अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार की लिस्ट में अपनी जगह बनाई और 2022 का पुरस्कार अपने नाम की।
बुकर प्राइस में कितना पैसा दिया जाता (How much money is given in booker price ) :-
अंतर्राष्ट्रीय बुकर प्राइज में 50,000 पाउंड को साहित्यिक पुरस्कार के रूप में दिया जाता है। इस साल के बुकर पुरस्कार के रेस में 5 उपन्यास शामिल था जिसने " रेत समाधि " डेजी रॉकवेल " ने इस प्राइस को जीत लिया है और यह पहला हिंदी उपन्यास है जिसे डेजी रॉकवेल ने अंग्रेजी मे अनुवाद किया था इस प्रकार अब यह जो पुरस्कार राशि है वह लेखिका गीतांजलि श्री और अनुवादक के बीच बांटा जाएगा।
कितने उपन्यासों के बीच रेत समाधि को बुकर प्राइज दिया गया ( Among the many novels, Sand Mausoleum was awarded the Booker Prize ) :-
साल 2022 के अंतरराष्ट्रीय बुकर प्राइज के रेस में दुनिया भर के 5 उपन्यास शामिल था।
- बोरा चुंग की कर्स्ड बनी
- जॉन फॉसे की - ए न्यू नेम सेफ्टोंलॉजी VI-VII जिसे नार्वेई भाषा से डेमियन शियर्स में अनुवाद किया गया था
- मीको कावाकामी की किताब - हेवेन
- क्लाउडिया पीनेरो की - ऐलेना नो़ज
- ओल्गा टोकार्जुक - द बॉक्स ऑफ जैकब