भारतीय जनता पार्टी के रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल करने वाले ओपी चौधरी इस समय छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के दावेदार हेतु उनका नाम आगे चल रहा है। ऐसे में चलिए जान लेते हैं आखिर रायगढ़ जिले के भाजपा विधायक ओपी चौधरी का राजनीतिक सफर कैसा रहा है। तो फिर चलिए जानते हैं इसलिए क्योंकि माध्यम से वर्तमान रायगढ़ जिले के विधायक ओपी चौधरी के जीवन परिचय के बारे में।
ओपी चौधरी का जीवन परिचय हिंदी में ( Biography of OP Chaudhary In Hindi ):-
वर्तमान में छत्तीसगढ़ के रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक श्री ओम प्रकाश चौधरी का जन्म 2 जून 1981 को रायगढ़ जिले के खरसिया ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम बयांग में हुआ था। शिक्षक थे , जब आप चौधरी महेश 8 वर्ष के थे तब उनके पिताजी का स्वर्गवास हो गया इसके बाद पेंशन के पैसे से उसकी मां ने आगे की शिक्षा दिलाई। और उनकी पत्नी का नाम डॉक्टर अदिति पटेल है।
ओ पी चौधरी का शिक्षा ( OP Choudhary's Education):-
ओपी चौधरी की प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुआ सरकारी स्कूल में लेकिन आठवीं तक की शिक्षा जैमुरी करने के बाद 12वीं तक की शिक्षा सरकारी स्कूल में ही किया इसके बाद पेट की परीक्षा पास करने के बाद वह इंजीनियरिंग तो करना चाहते थे लेकिन उन्हें इस बनना पसंद था इसलिए उन्होंने आगे की पढ़ाई भिलाई से बीएससी (भौतिक रसायन और गणित के साथ) किया , इसके बाद यूपीएससी की तैयारी करने लग गए और अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की एग्जाम पास कर लिया और मैच 23 वर्ष की आयु में आईएएस अफसर बन गए। किस प्रकार आप चौधरी 2005 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस ऑफिसर थे।
सरकारी अधिकारी के रूप में ओपी चौधरी ( OP Chaudhary As Government official ) :-
साल 2005 में छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अफसर बनने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग सहायक कलेक्टर के तौर पर साल 2006 में कोरबा में हुई। उसके बाद साल 2007 में रायपुर में एसडीएम बनाया गया और 2007 में ही उन्होंने जांजगीर जिला से ,जिला पंचायत सीईओ का पद संभाले बाद आगे जाकर राजधानी रायपुर के नगर निगम कमिश्नर भी रहे इसके बाद साल 2011 में उन्हें छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में कलेक्टर के पद पर पदस्थ किया गया और इसके बाद आगे रायपुर के कलेक्टर भी आप चौधरी रह चुके हैं। लगातार 13 वर्ष तक सर्विस देने के बाद साल 2018 में इस की नौकरी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश कर लिया और उन्हें भारतीय जनता पार्टी की ओर से खरसिया विधानसभा क्षेत्र के लिए विधायक पद हेतु टिकट मिला लेकिन उमेश पटेल जो कांग्रेस पार्टी से थे उनके द्वारा हरा दिया गया।
कलेक्टर पद के दौरान ओपी चौधरी के अन्य महत्वपूर्ण कार्य ( Other Important Works of OP Chaudhary During The Post of Collector ):-
साल 2011 में जब दंतेवाड़ा जिले में आप चौधरी कलेक्टर के पद पर थे तब उन्होंने आदिवासियों के प्रति प्रोत्साहित किया और इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई के लिए उन्हें कई सुविधाएं प्रदान की जैसे कि क्षेत्रीय लेवल पर कोचिंग की फीस सुविधा करवायें इसके अलावा दंतेवाड़ा जिले के गीदम ब्लॉक में स्थित एक छोटे से गांव जवांगा को साल 2011 में शिक्षा का केंद्र बनाया इसके अलावा जिले में लाइवलीहुड कॉलेज की भी शुरूआत किया जिसे पूरे राज्य में आगे जाकर लागू किया गया। इसके बाद उनके बेहतर कार्य के लिए साल 2011-12 में उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह जी के द्वारा एक्सीलेंस अवार्ड से भी सम्मानित किया गया।
ओपी चौधरी का राजनीतिक सफर (OP Choudhary's Political Journey):-
साल 2018 में जब इस की सर्विस से इस्तीफा देकर श्री ओपी चौधरी जब भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे तो उन्हें खर्चा विधानसभा क्षेत्र से विधायक पद हेतु टिकट मिला था लेकिन कांग्रेस पार्टी के उमेश पटेल ने उन्हें लगभग 16000 से भी अधिक वोटो से हरा दिया था हो। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र से उमेश पटेल को 94201 वोट मिले थे जबकि आप चौधरी को 700234 फोटो से संतोष होना पड़ा था। इस प्रकार सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति करने के लिए उतरे आप चौधरी को हर का सामना करना पड़ा हर के बाद भी आप चौधरी भारतीय जनता पार्टी में लगातार सक्रिय रहे और वे राज्य के कई मुद्दों में युवाओं के करियर के लिए लगातार सक्रिय रहे। जिस कारण उन्हें चुनाव हारने के बाद भी प्रदेश भाजपा महामंत्री का पद भारतीय जनता पार्टी के द्वारा दिया गया था।
PLEASE DO NOT ENTER ANY SPAM LINK IN THE COMMENT BOX