Accordion क्या है और इसका इतिहास क्या है? कैसे ये संगीत के दुनिया मे
Accordion का इतिहास और भारत मे कब उपयोग हुआ :-
भारतीय भारतीय सिनेमा जगत संगीत के बिना अधूरा है, हमारे देश के फिल्मों में गीत और संगीत का उपयोग किया जाता है दुनिया के किसी भी अन्य देश के मुकाबले हमारे देश की फिल्मों में अत्यधिक गीत संगीत का उपयोग किया जाता है हमारे देश में वक्त के साथ-साथ बदलाव हुआ और भारत के सिनेमा जगत में एक बड़ा बदलाव हुआ और दुनिया के कई हिस्सों में बने अलग-अलग वाद्य यंत्रों का भी उपयोग हमारे सिनेमा जगत में बढ़ने लगा ऐसा ही एक म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट है एकार्डियन , जिसे हिंदी सिनेमा में लाने का श्रेय संगीतकार नौशाद को जाता है। सन 1950 में पहली बार उन्होंने ही दास्तां फिल्म के गाने ता रा री...... में इसका इस्तेमाल किया था। इसकी को मोहम्मद रफ़ी और सुरैया ने गया था साइकिल बंधाईयों ने इसे लिखा था और गुड्डी सरवैया ने एकॉर्डियन बजाया था।
भारत के फिल्म जगत में हमने चाहे वह राज कपूर हो या ऋषि कपूर शाहरुख खान हो या विनोद खन्ना सभी ने अलग-अलग फिल्मों में नाश्ते झूमते हुए एकार्डियन का इस्तेमाल किया है। लेकिन इस वाद्य यंत्र का इतिहास सन 1829 से शुरू होती है। ऑस्ट्रेलिया में एक अंग और पियानो निर्माता सीरिल डेमियन ने एक बक्से के आकार के वाद्य यंत्र के लिए पेटेंट दाखिल किया इसकी खास बात यह थी कि इसे कहीं भी ले जाकर बजाया जा सकता था।
Accordion का इस्तेमाल सबसे पहले कब हुआ :-
इसका इतिहास कुछ यूं रहा सन 1950 में बॉलीवुड के दिग्गज संगीतकार नौशाद ने अपनी फिल्म दास्तान के गानों के लिए एक नई धुन और ध्वनि की तलाश कर रहे थे। फिल्म का निर्माण और कर धार कर रहे थे वह एक Accordion बजाने वाले चाहते थे , जो एक नया धुन बना सके।