Indian Cricketer Radha Yadav : राधा यादव कैसे बनी भारतीय क्रिकेटर? और उनकी सफलता की कहानी`| भारतीय क्रिकेटर राधा यादव
Indian Cricketer Radha Yadav : भारतीय क्रिकेटर राधा यादव का पूरा नाम राधा प्रकाश यादव व उपनाम राधाय है। उनका जन्म मुंबई, महाराष्ट्र में 21 अप्रैल 2000 में हुआ। उनके पिता का नाम ओम प्रकाश यादव व माता का नाम ज्ञात नही है।
राधा यादव के दो भाई और एक बहन भी है।उनके भाई दीपक यादव मुंबई में अपने पिता की अस्थाई दुकान पर काम करते हैं जबकि दूसरा भाई राहुल यादव मुंबई में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते हैं। गुजरात टीम से भारतीय महिला क्रिकेट टीम में चुने जाने वाली पहली महिला राधा यादव है।
भारतीय क्रिकेटर राधा यादव बायोग्राफी और पारिवारिक जानकारी
राधा यादव का पूरा नाम | राधा प्रकाश यादव |
राधा यादव का उपनाम | राधाय |
राधा यादव का डेट ऑफ बर्थ | 21 अप्रैल 2000 |
राधा यादव का जन्म स्थान | मुंबई, महाराष्ट्र |
राधा यादव की उम्र | 24 साल |
राधा यादव का जर्सी नंबर | 21 |
राधा यादव के कोच | ओम प्रकाश यादव |
राधा यादव के पिता का नाम | रमेश तेंदुलकर |
राधा यादव की माता का नाम | ज्ञात नहीं |
राधा यादव के भाई का नाम | दीपक यादव और राहुल यादव |
राधा यादव की बहन का नाम | सोनी यादव |
राधा यादव की वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
राधा यादव की शौक | संगीत, कबड्डी और खो-खो खेलना |
राधा यादव की ऊंचाई | 5 फीट 6 इंच |
राधा यादव के कोच का नाम | प्रफुल नाईक |
भारतीय क्रिकेटर राधा यादव की लुक
राधा यादव की बालों का रंग | भूरा |
राधा यादव की आखों का रंग | भूरा |
राधा यादव की ऊंचाई (फुट और इंच में) | 5 फीट 6 इंच |
राधा यादव की ऊंचाई (सेमी में) | 167 सेमी |
राधा यादव की ऊंचाई (मीटर में) | 1.67 मीटर |
भारतीय क्रिकेटर राधा यादव की पसंदीदा
राधा यादव की पसंदीदा क्रिकेटर | रविंद्र जडेजा, डेनियल, एकता बिष्ट |
राधा यादव की पसंदीदा पेय | चाय |
राधा यादव की पसंदीदा फिल्म | ऐ दिल है मुश्किल (2016), बाजीराव मस्तानी (2015) |
राधा यादव की पसंदीदा खाना | चिकन लॉलीपॉप |
राधा यादव की पसंदीदा गीत | अरिजीत सिंह का गीत चन्ना मेरेया |
भारतीय क्रिकेटर राधा यादव की शिक्षा
भारतीय क्रिकेटर राधा यादव की शुरुआती करीयर
भारतीय क्रिकेटर राधा यादव मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के अजोशी गांव की रहने वालीं हैं। प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई। इंटर की परीक्षा केएन इंटर कॉलेज बांकी से उत्तीर्ण की। पिता ओमप्रकाश यादव मुंबई में डेयरी उद्योग से जुड़े हैं तो राधा भी पिता के पास जाकर क्रिकेट की कोचिंग लेने लगीं और 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। शुरुआत में वह मुंबई टीम का हिस्सा थी। वर्तमान में वह गुजरात से खेलती है। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद न तो पिता ने हार माना और न ही बेटी ने हौसला छोड़ा।
राधा यादव ने मात्र 6 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया। उन्होंने क्रिकेट की ट्रेनिंग मुंबई में ली, जहां उनके पिता डेयरी के काम से जुड़े हुए थे और एक दुकान चलाते हैं। राधा का परिवार आर्थिक रूप से मजबूत नहीं था। पिता के डेयरी के काम और दुकान से घर व क्रिकेट का खर्च निकालना बेहद मुश्किल था।
भारतीय क्रिकेटर राधा यादव ने भारत के लिए किया डेब्यू
भारतीय क्रिकेटर राधा यादव को बचपन से कर रहे कड़ी मेहनत का ईनाम मिला और 2018 में महज 18 साल की उम्र में बाएं हाथ की स्पिनर ने डेब्यू किया। राधा ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने भारत के लिए कई मैच विनिंग प्रदर्शन किए और टीम में अपनी जगह पक्की की। इस समय राधा भारतीय टीम के साथ टी20 वर्ल्ड कप के लिए दक्षिण अफ्रीका में मौजूद हैं।
भारतीय क्रिकेटर राधा यादव की सफल वापसी की कहानी
गले महीने होने वाले T20 विश्व कप में UAE की पिचों पर स्पिनर्स अहम भूमिका निभा सकती हैं। दीप्ति शर्मा और राधा भारत की स्पिन चौकड़ी की सीनियर सदस्य हैं और उनसे भारत को काफ़ी उम्मीदें होंगी। बाएं हाथ की स्पिनर राधा ने कहा कि पिच और परिस्थितियां कैसी भी हों, बड़े मैच का कितना भी दबाव हो, उनकी स्पिन चौकड़ी तैयार है।
राधा ने कहा, "टीम कॉम्बिनेशन कैसा भी हो, हम सारे स्पिनर्स तैयार हैं। हमारे बीच हमेशा बात-चीत होती रहती है कि वहां हमें कैसी पिच मिलेगी और उन पिचों पर कैसी गेंदबाज़ी करनी है, कितना टर्न कराना है, कौन सा वैरिएशन डालना है। हम चारों में एक अच्छी बॉन्डिंग है, भले ही यह स्पिन चौकड़ी नई हो।"
राधा ने बताया कि हालिया समय में उन्होंने क्रिकेट से अलग रहना भी सीखा है। उन्होंने बताया, "पहले मैं बस क्रिकेट के बारे में ही सोचती रहती थी। लेकिन मेरे दोस्तों ने मुझे समझाया कि कभी-कभी बाहर भी जाना होता है, ज़िंदगी को इन्जॉय करना होता है। क्रिकेट बस ज़िंदगी का एक हिस्सा है, पूरी ज़िंदगी नहीं है। यह चीज़ अब मुझे समझ आ गई है। अब जब क्रिकेट नहीं होता है, तो मैं क्रिकेट के बारे में उतना नहीं सोचती हूं। अपने मां-पिता के साथ रहती हूं, दोस्तों के साथ कैफ़े हॉपिंग करती हूं, फीफा खेलती हूं, कभी-कभी डांस भी कर लेती हूं और लंबी ड्राइव पर जाती हूं। पहले यह सब बहुत कम होता था, अब मैं ये सब बहुत अधिक करने लगी हूं।"
लेकिन क्या यह सिर्फ़ मानसिक बदलाव है या फिर राधा ने अपनी गेंदबाज़ी में कुछ तकनीकी बदलाव किए हैं, जिससे वह हालिया समय में अधिक प्रभावी गेंदबाज़ नज़र आ रही हैं। राधा ने बताया कि वह अब मैदान और जिम में अधिक पसीना बहाती हैं, लेकिन परिणामों की तरफ़ उन आशा भरी निगाहों से नहीं देखतीं, जैसे पहले देखती थीं।
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